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कहानी और उपन्यास में अंतर | Kahani aur Upnyas Me Antar
कहानी और उपन्यास में अंतर
कहानी
- कहानी आकार में छोटा होता है।
- कहानी के कथानक हो भी सकते है नहीं भी हो सकते है।
- कहानी में जीवन के एक खंड या किसी घटना का चित्रण होता है ।
- कहानी में एक कथा होता है ।
- कहानी कम समय से ज्यादा प्रभाव डालता है
- कहानी में कम पात्र होते है ।
- कहानी को एक बैठक में पढ़ा जा सकता है ।
- उदाहरण – जयशंकर प्रसाद – नीरा. मुंशी प्रेमचंद – नमक का दारोगा ।
उपन्यास
- उपन्यास आकार में बड़ा होता है ।
- उपन्यास के कथानक अनिवार्य होते है ।
- उपन्यास में सम्पूर्ण जीवन का चित्रण होता है ।
- उपन्यास में प्रमुख कथा के साथ गौण कथाएँ भी हो सकता है ।
- उपन्यास में प्रत्येक स्थल पर प्रभावशीलता नहीं होती है ।
- उपन्यास में अधिक पात्र होते है ।
- उपन्यास को एक बैठक में नहीं पढ़ा जा सकता है ।
- उदाहरण – मुंशी प्रेमचंद – गोदान . रेणु – मेला आँचल ।
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