संस्कृत
नीलकंठ में कौन सा समास है?, Neelkanth Mein Kaun sa Samas Hai
नीलकंठ में कौन सा समास है?
दोस्तों आज हम इस आर्टिकल में नीलकंठ में कौन सा समास होता इसके बारे में संक्षेप में चर्चा करेंगे । समास एक संक्षेप करने की प्रक्रिया है जिसमे दो या दो से अधिक शब्दों को परस्पर सम्बन्ध बनाने वाले शब्दों एवं कारक चिह्नों का लोप ज्ञान होना चाहिए तथा उन दो और दो से अधिक शब्दों के मेल से बने एक स्वतन्त्र शब्द को समास कहा जाता है। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो संक्षिप्ति करण को ही समास कहते हैं। आगे हम बताएँगे की नीलकंठ में कौन सा समास है।
नीलकंठ में कौन सा समास होता है?
नीलकंठ में कर्मधारय समास होता है, कर्मधारय समास (Oppositional Determinative Compound) का अर्थ है जिसका पहला पद विशेषण और दूसरा पद विशेष्य या एक पद उपमान और दूसरा पद उपमेय हो उसे कर्मधारय समास’ कहते हैं।
कर्मधारय समास के उदाहरण
- महाविद्यालय – महान है जो विद्यालय
- अधपका – आधा है जो पका
- महाराज – महान है जो राजा
- पीतांबर – पीत है जो अंबर
- महावीर – महान है जो वीर
- नीलकमल – नीला है जो कमल
- पुरुषोत्तम – पुरुषों में है जो उत्तम
- परमानंद – परम है जो आनंद
- महापुरुष – महान है जो पुरुष
- प्रधानाध्यापक – प्रधान है जो अध्यापक
- कापुरुष – कायर है जो पुरुष
- भलामानस – भला है जो मानस
- लालटोपी – लाल है जो टोपी
-
हिंदी2 years ago
मोर मुकुट मकराकृत कुंडल का अर्थ | बसो मेरे नैनन में नंदलाल पद की व्याख्या
-
विज्ञान क्लास 102 years ago
बायोमास ऊर्जा किसे कहते है
-
हिंदी2 years ago
नाटक और कहानी में अंतर उदाहरण सहित | Natak aur kahani me antar
-
संस्कृत2 years ago
बालक शब्द रूप | Balak Shabd Roop In Sanskrit
-
विज्ञान क्लास 102 years ago
स्वपोषण तथा विषम पोषण में अंतर, swposhan aur poshan mein antar
-
Uncategorized1 year ago
lal kaner ka phool, लाल कनेर का फूल
-
हिंदी2 years ago
कबीर दास का भाव पक्ष कला पक्ष, साहित्य में स्थान
-
विज्ञान क्लास 101 year ago
खनिज पदार्थ किसे कहते है,वितरण एवं उनका संरक्षण